भारतीय प्रवासियों का प्रभाव अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर तेज़ी से बढ़ रहा है। Forbes द्वारा जारी की गई नई रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में रहने वाले विदेशी मूल के अरबपतियों की सूची में भारत सबसे ऊपर है। इस सूची में 125 अरबपति शामिल हैं, जिनमें से 12 भारतीय मूल के हैं — जो किसी भी अन्य देश से अधिक है।
अमेरिका में सबसे अमीर भारतीय: जय चौधरी
जय चौधरी, हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव से आए एक व्यवसायी हैं, जिनकी नेटवर्थ ₹1.50 लाख करोड़ से अधिक है। वे साइबर सुरक्षा कंपनी Zscaler के चेयरमैन और सीईओ हैं। IIT BHU वाराणसी से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने अमेरिका में मास्टर्स डिग्री ली और 1980 में वहीं बस गए।
तीन प्रमुख भारतीय मूल के अरबपति अमेरिका में:
- जय चौधरी – Zscaler कंपनी के संस्थापक और साइबर सुरक्षा क्षेत्र के वैश्विक लीडर।
- विनोद खोसला – Sun Microsystems के सह-संस्थापक और Khosla Ventures के मालिक। वे पुणे से हैं और सिलिकॉन वैली के प्रमुख निवेशकों में से एक हैं।
- राकेश गंगवाल – IndiGo एयरलाइंस के सह-संस्थापक। कोलकाता से ताल्लुक रखने वाले गंगवाल ने पहले United Airlines और फिर US Airways में CEO के रूप में कार्य किया।
भारतीय प्रवासी अमेरिका में कितना टैक्स देते हैं?
अमेरिका में रहने वाले 51 लाख से अधिक भारतीय मूल के नागरिक हर साल $250–300 बिलियन यानी लगभग ₹25 लाख करोड़ टैक्स देते हैं। यह अमेरिका के कुल टैक्स का करीब 5–6% है। औसत भारतीय प्रवासी की वार्षिक आय लगभग ₹1.4 करोड़ है।
भारत को भी हो रहा है लाभ
भारतीय प्रवासी सिर्फ अमेरिका ही नहीं, भारत की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा योगदान दे रहे हैं। वर्ष 2022 में भारतीय प्रवासियों ने भारत में $111 बिलियन (₹9.5 लाख करोड़) भेजे। यह दुनिया में किसी भी देश से सबसे ज़्यादा है। साथ ही, प्रवासी भारतीय अब भारत में स्टार्टअप्स और कंपनियों में निवेश कर रहे हैं जिससे देश की व्यापारिक संरचना को मज़बूती मिल रही है।
125 विदेशी अरबपति, ₹111 लाख करोड़ की संपत्ति
Forbes की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में मौजूद इन 125 विदेशी अरबपतियों की कुल संपत्ति ₹111 लाख करोड़ है। इसमें से 93% लोग self-made यानी अपने दम पर सफल हुए हैं। दो-तिहाई लोग टेक्नोलॉजी और फाइनेंस सेक्टर से आते हैं।

