नई दिल्ली। अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं और डिलीवरी बॉक्स को बिना ध्यान दिए सीधे कूड़ेदान में फेंक देते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। इन दिनों एक नया साइबर खतरा — “ऑनलाइन ऑर्डर बॉक्स स्कैम” — तेजी से फैल रहा है।
सामान्य-सी लगने वाली लापरवाही साइबर ठगी में बदल सकती है।
जब भी आप कोई ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं, पैकेट पर एक लेबल चिपका होता है जिसमें आपका नाम, पता, मोबाइल नंबर और कभी-कभी ईमेल ID तक लिखा होता है।
साइबर अपराधी ऐसे फेंके हुए डिलीवरी बॉक्स से यह जानकारी उठाकर आपका प्रोफाइल तैयार करते हैं और आपको निशाना बनाते हैं।
सोशल इंजीनियरिंग से होती है ठगी
साइबर विशेषज्ञ राहुल मिश्रा के अनुसार, यह कोई हाई-टेक हैकिंग नहीं, बल्कि एक सोशल इंजीनियरिंग ट्रिक है।
अपराधी खुद को कस्टमर केयर, डिलीवरी एक्जीक्यूटिव या फर्जी नौकरी देने वाला बताकर आपकी जानकारी निकालते हैं।
जब उन्हें आपका भरोसा मिल जाता है, तब वे आपसे OTP, लिंक क्लिक, या फर्जी रिफंड के बहाने ठगी करते हैं।
कैसे करते हैं धोखाधड़ी?
- कूड़ेदान में फेंके गए डब्बों से डेटा उठाते हैं
- आपके नाम और पते से फर्जी कॉल या मैसेज करते हैं
- खुद को जान-पहचान वाला बनाकर भरोसा कायम करते हैं
- धीरे-धीरे आपसे OTP, बैंक डिटेल या अन्य निजी जानकारी ले लेते हैं
इससे बचने के आसान तरीके
- डिलीवरी बॉक्स फेंकने से पहले लेबल को पूरी तरह फाड़ दें या जला दें
- लेबल पर दी गई जानकारी अस्पष्ट कर दें
- संदिग्ध कॉल, SMS या ईमेल को नज़रअंदाज़ करें
- डिलीवरी एजेंट, कस्टमर केयर या रिफंड देने वालों से फोन पर कोई भी जानकारी साझा न करें
- सोशल मीडिया प्रोफाइल को प्राइवेट रखें, कम से कम जानकारी सार्वजनिक करें
