झुंझुनूं में मानसून की पहली हल्की बारिश के बाद ही शहरवासियों को बाईपास की खराब गुणवत्ता का सामना करना पड़ा। बाईपास की कई जगहों पर सड़क धंस गई और गड्ढे बन गए। जबकि बारिश की तीव्रता मात्र 5 मिमी थी, फिर भी सड़क की हालत देखकर लोग हैरान रह गए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब इतनी हल्की बारिश में ही सड़क धंसने लगे तो आने वाले दिनों में भारी बारिश में क्या होगा? इस बाईपास को लाखों रुपये की लागत से कुछ ही महीने पहले बनाया गया था। इसके बावजूद यह पहली बारिश में ही टूटने लगा — जो सीधे तौर पर निर्माण गुणवत्ता पर सवाल खड़े करता है।
लोगों की मांग है कि जिला प्रशासन और सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) इस मामले की जांच करे और निर्माण एजेंसी से जवाब मांगा जाए। यदि गुणवत्ता में लापरवाही पाई जाती है, तो सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
बाईपास झुंझुनूं शहर का मुख्य प्रवेश द्वार है और यहां से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। यदि सड़क समय रहते नहीं सुधारी गई, तो न केवल दुर्घटनाएं बढ़ेंगी बल्कि ट्रैफिक का बोझ भी अन्य मार्गों पर पड़ेगा।






