झुंझुनूं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज जिले के दौरे पर आएंगे। उनके साथ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और कई वरिष्ठ अधिकारी भी रहेंगे। इस दौरे में जिले की जनता को सबसे ज्यादा उम्मीद यमुना का पानी परियोजना को लेकर है, जिसके लिए लंबे समय से घोषणाएं होती रही हैं लेकिन कार्य अभी भी धरातल पर शुरू नहीं हुआ है।
| मुख्य बिंदु | विवरण |
|---|---|
| तारीख | 11 अगस्त 2025 (सोमवार) |
| स्थान | झुंझुनूं एयरस्ट्रिप व अन्य स्थल |
| मुख्य मुद्दे | यमुना का पानी, ओवरब्रिज, खेल विवि, ऑडिटोरियम |
| विशेष कार्यक्रम | प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत क्लेम वितरण |
जिला कलक्टर अरुण गर्ग, कृषि आयुक्त चिन्मयी गोपाल और एडीएम अजय कुमार आर्य ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। वीआईपी प्रवेश, जनता प्रवेश द्वार, पार्किंग, मंच, छायादार व्यवस्था, पेयजल और सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की गई। कृषि आयुक्त ने अधिकारियों को किसानों के लिए विशेष सुविधाओं का भी ध्यान रखने के निर्देश दिए।
ताजेवाला हैड (हरियाणा) से पानी लाने की योजना पर पहले लोकसभा और फिर विधानसभा उपचुनाव में खूब चर्चा रही। भाजपा सरकार ने हरियाणा सरकार से समझौता किया और दावा किया कि 2–3 महीनों में डीपीआर तैयार हो जाएगी। हालांकि अभी तक जमीन पर काम शुरू नहीं हुआ है। यह पानी पाइपलाइन के जरिए सीकर, चूरू और झुंझुनूं जिलों तक लाया जाएगा।
राजस्थान का पहला महाराणा प्रताप खेल विश्वविद्यालय कहां खुलेगा, इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। खिलाड़ियों और युवाओं की मांग है कि यह विवि झुंझुनूं के दोरासर गांव में खोला जाए, जैसा कि पहले बजट में प्रस्तावित हुआ था।
पुलिस लाइन फाटक पर ओवरब्रिज का काम वर्षों से अधूरा है। कांग्रेस और भाजपा सरकारें एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालती रहीं। अब जबकि केंद्र और राज्य, दोनों में भाजपा की सरकार है, तब भी न ओवरब्रिज पूरा हुआ है और न ऑडिटोरियम के काम में प्रगति दिखी है।
यह दौरा झुंझुनूं के लंबे समय से अटके प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाने का मौका हो सकता है। जनता की निगाहें सीएम और केंद्रीय मंत्री की घोषणाओं पर टिकी हैं।
अगर इस दौरे में ठोस घोषणाएं और कार्य प्रारंभ होते हैं, तो यह झुंझुनूं के लिए विकास की दिशा में बड़ा कदम होगा।






