क्या प्राइवेट और स्मॉल फाइनेंस बैंकों में FD करवाना सुरक्षित है?

ज्यादा ब्याज देने वाले बैंकों में निवेश करें या नहीं?

हाल ही में कई प्राइवेट और स्मॉल फाइनेंस बैंकों ने 1 साल से 3 साल की एफडी स्कीम पर काफी आकर्षक ब्याज दरें देना शुरू कर दिया है। झुंझुनूं के निवेशक अब राष्ट्रीयकृत बैंकों की तुलना में इन विकल्पों को देख रहे हैं।

लेकिन जानकारों की सलाह है कि सिर्फ ज्यादा ब्याज देखकर निवेश करना समझदारी नहीं है। जरूरी है कि उस बैंक की आर्थिक स्थिति, क्रेडिट रेटिंग और डीआईसीजीसी बीमा की जानकारी जरूर लें।


DICGC क्या है और कितना सुरक्षित है आपका पैसा?

भारतीय रिजर्व बैंक के तहत चलने वाली DICGC योजना के अनुसार, किसी भी बैंक में एक व्यक्ति के ₹5 लाख तक के जमा (FD + ब्याज) सुरक्षित होते हैं। इसका मतलब है कि अगर बैंक डूब भी जाए, तो ₹5 लाख तक की राशि वापस मिलेगी।

लेकिन ध्यान रखें — स्मॉल फाइनेंस बैंकों का बिज़नेस मॉडल थोड़ा अलग होता है। ये बैंक ग्रामीण क्षेत्र में लोन देते हैं, जिससे थोड़ा ज्यादा जोखिम होता है।


निजी बैंकों की कुछ उदाहरण दरें (संदर्भ हेतु)

🏦 बैंक का नाम 1 वर्ष 3 वर्ष 5 वर्ष
Suryoday small finance Bank 7.90% 8.40% 8.00%
Jana small finance Bank 7.50% 7.75% 8.20%
Unity small finance Bank 7.00% 8.00% 8.00%
Slice small finance Bank 6.75% 8.25% 7.75%
Utkarsh Bank 6.25% 8.25% 7.75%

📌 नोट: दरें समय-समय पर बदल सकती हैं। निवेश से पहले बैंक से पुष्टि जरूर करें।

झुंझुनूं के निवेशकों के लिए क्यों है यह जानकारी जरूरी?

ज्यादातर सरकारी बैंक 6–7% सालाना ब्याज दे रहे हैं, वहीं निजी बैंक 8% से अधिक की दर ऑफर कर रहे हैं। ऐसे में कई स्थानीय निवेशक इन बैंकों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। लेकिन ध्यान दें — इनमें ब्रांड विश्वसनीयता, शाखा नेटवर्क और लोन की गुणवत्ता को लेकर जोखिम भी है।

अगर आप रिटायरमेंट या जीवन भर की बचत निवेश कर रहे हैं, तो सुरक्षा को प्राथमिकता देना जरूरी है, न कि केवल ब्याज दर को।


अंतिम सलाह

निवेश करने से पहले ये बातें जरूर जांचें:

  • बैंक की क्रेडिट रेटिंग (CRISIL/ICRA)
  • DICGC बीमा कवरेज की पुष्टि
  • TDS नियमों की समझ
  • लैडरिंग FD अपनाएं — पूरे पैसे को एक साथ न लगाएं

किसी भी संदेह की स्थिति में अपने वित्तीय सलाहकार या बैंक प्रतिनिधि से सलाह लें।

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