भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल सेक्टर को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के हंसलपुर में मारुति सुजुकी के नए EV प्लांट का शुभारंभ किया। इस मौके पर कंपनी ने अपनी पहली बॉर्न-इलेक्ट्रिक SUV Maruti e-Vitara के उत्पादन की शुरुआत की, जिसे भारत समेत 100 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट किया जाएगा।
e-Vitara का उत्पादन शुरू
- गुजरात के हंसलपुर प्लांट से उत्पादन की शुरुआत।
- इस मौके पर पीएम मोदी, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल और जापान के राजदूत केइची ओनो मौजूद रहे।
- कंपनी मार्च 2026 तक करीब 67,000 यूनिट्स बनाने का लक्ष्य रखती है।
- अक्टूबर 2025 से मार्च 2026 तक लगभग 59,000 यूनिट्स तैयार होंगी।
- फिलहाल फैक्ट्री की क्षमता रोजाना 440 गाड़ियां बनाने की है।
बैटरी प्लांट का उद्घाटन
SUV के साथ ही पीएम मोदी ने TDS Li-Ion Battery Gujarat (TDSG) प्लांट का उद्घाटन भी किया।
- यह टोशिबा, डेंसो और सुजुकी की साझेदारी में तैयार हुआ है।
- यहां लिथियम-आयन बैटरी सेल्स और इलेक्ट्रोड्स का उत्पादन होगा।
- खासकर हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरियां बनाई जाएंगी।
ग्लोबल डेब्यू और प्लेटफॉर्म
- e-Vitara ने पिछले साल यूरोप में ग्लोबल डेब्यू किया था।
- भारत में इसे पहली बार भारत मोबिलिटी शो 2025 में प्रदर्शित किया गया।
- यह 40PL डेडिकेटेड EV प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जिसे मारुति ने टोयोटा के साथ मिलकर विकसित किया।
- इसी प्लेटफॉर्म पर टोयोटा की इलेक्ट्रिक SUV Urban Cruiser EV भी बनाई जाएगी।
बैटरी ऑप्शन और वेरिएंट
- 49kWh बैटरी
- 61kWh बैटरी (डुअल-मोटर AWD यानी AllGrip-e सेटअप के साथ)
- वेरिएंट्स और फीचर्स की डिटेल्स 3 सितंबर 2025 को लॉन्च पर सामने आएंगी।
कीमत और मुकाबला
- शुरुआती कीमत करीब ₹20 लाख (एक्स-शोरूम) अनुमानित।
- इसका मुकाबला होगा:
- महिंद्रा BE6
- हुंडई क्रेटा इलेक्ट्रिक
- एमजी ZS EV
- टाटा और किआ की इलेक्ट्रिक SUVs
भारत से एक्सपोर्ट की परंपरा
- हुंडई इंडिया: i20, वर्ना, वेन्यू (मिडल ईस्ट, अफ्रीका)
- टाटा मोटर्स: नेक्सन, हैरियर (एशिया और अफ्रीका)
- महिंद्रा: बोलेरो और XUV सीरीज (अफ्रीका, लैटिन अमेरिका)
- किआ इंडिया: सेल्टोस और सोनेट (ग्लोबल मार्केट्स)
- यह भारत को ग्लोबल EV मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
- घरेलू ग्राहकों के लिए नई इलेक्ट्रिक SUV का विकल्प मिलेगा।
- भारत से EV एक्सपोर्ट बढ़ने पर अर्थव्यवस्था और रोजगार को मजबूती मिलेगी।